इस सरकारी बैंक को लगातार 18 तिमाही बाद हुआ मुनाफा, 144 करोड़ रुपए का कमाया नेट प्रॉफिट
इस सरकारी बैंक (Public Sector Bank) फंसे लोन के मामले में मिली सफलता और प्रोविजन कम होने से बैंक को मुनाफा हुआ है.
IOB Q4 2020 Results: सरकारी बैंक इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) की तरफ से लंबे समय के बाद एक अच्छी खबर आई है. बैंक लगातार 18 तिमाहियों तक घाटे में रहने के बाद अब मुनाफे में लौटा है. बैंक को मार्च, 2020 को खत्म हुई चौथी तिमाही (Q4) में 144 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट हुआ. पीटीआई की खबर के मुताबिक, इस सरकारी बैंक (Public Sector Bank) फंसे लोन के मामले में मिली सफलता और प्रोविजन कम होने से बैंक को मुनाफा हुआ है.
बैंक के लिए सबसे बड़ी राहत की खबर है, क्योंकि बैंक लगातार 18 तिमाही (54 महीने) तक घाटा का सामना करता रहा. खबर के मुताबिक, आईओबी (Indian Overseas Bank) ने शेयर बाजार से इस बारे में जानकारी शेयर की है. इसमें बैंक ने कहा कि इससे पिछले वित्त वर्ष 2018-19 की इसी तिमाही (Q4) में बैंक को 1,985.16 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था.
बैंक फिलहाल रिजर्व बैंक के तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई यानी Prompt Corrective Action (PCA) नियम के दायरे में है. बता दें, इंडियन ओवरसीज बैंक को इससे पहले उसे जून 2016 में खत्म हुई तिमाही में मुनाफा हुआ था.
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(रॉयटर्स)
इंडियन ओवरसीज बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) और सीईओ (CEO) कर्णम शेखर ने कहा कि बैंक ने अच्छा सुधार किया है और तिमाही के दौरान नुकसान को काफी हद तक कंट्रोल में रखने में सफल रहा है. उन्होंने कहा, हम लोन की लागत कम करने में सफल रहे है. यानी प्रावधान कम हुआ है. इसका नतीजा यह देखने को मिला कि हम 144 करोड़ रुपए का मुनाफा कमा पाए. पिछली 18 तिमाहियों से हम केवल नुकसान उठा रहे थे.
शेखर ने कहा कि ऐसा नहीं है कि मुनाफा एक बार का मामला है. बैंक इस ट्रेंड को बरकरार रखेगा. बैंक को प्रोविजन रेशियो 31 मार्च, 2020 को सुधरकर 86.94 प्रतिशत रहा जो एक साल पहले इसी तिमाही में 71.39 प्रतिशत था. उन्होंने कहा कि जून तिमाही (Q1) के रिजल्ट के बाद बैंक आरबीआई को चिट्टी लिखकर पीसीए नियम के दायरे से बैंक को बाहर करने को कहेगा.
मई अंत तक बैंक के करीब 32 प्रतिशत कस्टमर्स ने लोन लौटाने के लिए रिजर्व बैंक की तरफ से दी गई मोहलत का फायदा उठाया है. बैंक की सकल गैर-निष्पादित परंसपत्ति यानी फंसा हुए लोन (NPA) में अच्छा-खासा सुधार हुआ है. 31 मार्च, 2020 को खत्म तिमाही में यह घटकर कुल लोन के 14.78 प्रतिशत पर आ गई, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 21.97 प्रतिशत थी. राशि के आधार पर बैंक का एनपीए इस तिमाही में 19,912.70 करोड़ रुपए रहा, जो एक साल पहले 2018-19 की इसी तिमाही में 33,398.12 करोड़ रुपये था.
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इसी प्रकार, शुद्ध रूप से फंसा लोन मार्च, 2020 को खत्म हुई तिमाही में घटकर 5.44 प्रतिशत पर आ गया, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 10.81 प्रतिशत था. बैंक की कुल जमा 31 मार्च 2020 को बढ़कर 2,22,952 करोड़ रुपए हो गई जो एक साल पहले इसी तिमाही में 2,22,534 करोड़ रुपए थी. बैंक का सकल लोन 31 मार्च 2020 को खत्म तिमाही में 1,34,771 करोड़ रुपए रहा जो एक साल पहले इसी तिमाही में 1,51,996 करोड़ रुपए पर था.
07:50 AM IST